अर्थ : नाट्यशास्त्रानुसार चार प्रकारच्या अभिनयांपैकी एक ज्यात पात्राच्या स्वभाववैशिष्ट्याशी एकरूप होऊन अभिनय केला जातो.
उदाहरण :
त्याला सात्त्विक अभिनयात रुची आहे.
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
नाट्य-शास्त्र के अनुसार चार प्रकार के अभिनयों में से एक जिसमें केवल सात्त्विक भावों का प्रदर्शन होता है।
सात्विक में ही उसकी रुची है।