अर्थ : मंत्र इत्यादी पुन्हा पुन्हा म्हणण्याची क्रिया.
उदाहरण :
तो दररोज अथर्वशीर्षाचे पाच आवर्तन करतो.
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
मंत्रों आदि को बार-बार दोहराने की क्रिया।
शिव पूजा के साथ ही रुद्र मंत्रों का आवर्तन भी अनिवार्य कर दिया गया।