अर्थ : ଯେ ବିତର୍କରେ ନିରୁତ୍ତର ହୁଏ ନାହିଁ, ଏବଂ ଏଥିପାଇଁ ହାରେ ନାହିଁ
उदाहरण :
ଗାର୍ଗୀ ରାଜା ଜନକଙ୍କ ଦରବାରରେ ଅପରାଜିତ ଯାଜ୍ଞବଳ୍କଙ୍କ ସହ ଶାସ୍ତ୍ରାର୍ଥ କରିଥିଲେ
पर्यायवाची : ଅଜିତ
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
जो वाद में निरुत्तर न हुआ हो,और इसीलिए हारा न हो।
गार्गी ने राजा जनक के दरबार में अहीनवादी याज्ञवल्क्य से शास्त्रार्थ किया था।