अर्थ : ବ୍ୟାକରଣରେ ସେହି ପ୍ରତ୍ୟୟ ଯାହାକୁ ସଂଜ୍ଞାର ଶେଷରେ ଲଗାଇ ଭାବବାଚକ ସଂଜ୍ଞା ବା ବିଶେଷଣ ଗଠିତ ହୁଏ
उदाहरण :
ମିତ୍ରତା ଶବ୍ଦ ମିତ୍ର ଏବଂ ତା ପ୍ରତ୍ୟୟ ମିଶି ଗଠିତ ହୋଇଛି,ଏଥିରେ ତା ପ୍ରତ୍ୟୟକୁ ତଦ୍ଧିତ କୁହାଯାଏ
अन्य भाषाओं में अनुवाद :
व्याकरण में वह प्रत्यय जिसे संज्ञा के अंत में लगाकर भाववाचक संज्ञा या विशेषण बनाते हैं।
मित्रता शब्द मित्र और ता प्रत्यय से मिलकर बना है, इसमें का ता प्रत्यय तद्धित कहलाता है।