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हिन्दी शब्दकोश से अवियोग-व्रत शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

अवियोग-व्रत   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : कल्किपुराण के अनुसार एक व्रत जिसके करने से स्त्रियों को पति वियोग नहीं होता।

उदाहरण : अगहनशुक्ल तृतीया को पड़नेवाले अवियोगव्रत में स्त्रियाँ चन्द्रदर्शन करके दूध पीती हैं।

पर्यायवाची : अवियोगव्रत


अन्य भाषाओं में अनुवाद :

କଳ୍କିପୁରାଣ ଅନୁସାରେ ପତି ବିୟୋଗ ନହେବା ପାଇଁ ନାରୀମାନେ କରୁଥିବା ଏକ ବ୍ରତ

ଅଗହନ ଶୁକ୍ଲ୍ ତୃତୀୟାରେ ପଡିଥିବା ଅବିୟୋଗବ୍ରତରେ ସ୍ତ୍ରୀମାନେ ଚନ୍ଦ୍ରଦର୍ଶନ କରି ଦୁଧ ପାନ କରନ୍ତି
ଅବିୟୋଗ-ବ୍ରତ, ଅବିୟୋଗବ୍ରତ

कल्किपुराणानुसार एक व्रत जे केल्याने स्त्रियांवर पती वियोगाची वेळ येत नाही.

अवियोगव्रतात स्त्रिया चंद्रदर्शन करून दूध पितात.
अवियोगव्रत

Abstaining from food.

fast, fasting

কল্কিপুরাণ অনুসারে একপ্রকার ব্রত যা পালন করেলে স্ত্রীদের পতি বিয়োগ হয় না

"অগহনশুক্ল তৃতীয়ায় হওয়া অবিয়োগব্রতে স্ত্রীরা চন্দ্রদর্শন করে দুধ পান করে"
অবিয়োগব্রত

चौपाल

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।

अवियोग-व्रत (aviyog-vrat) ka meaning, vilom shabd, paryayvachi aur samanarthi shabd in English. अवियोग-व्रत (aviyog-vrat) ka matlab kya hota hai? अवियोग-व्रत का मतलब क्या होता है?