अर्थ : सींगरहित एक चौपाया जो गाड़ी खींचने और सवारी के काम में आता है।
उदाहरण :
राणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था।
पर्यायवाची : अमृतसहोदर, अरघ, अर्घ, अर्वण, अलल्लाँ, अलल्लां, अश्व, केशरी, केशी, केसरी, केहरी, घोट, घोटक, तारखी, तार्क्ष्य, तुरंग, तुरंगम, तुरग, परुद्वार, पेलि, पेली, प्रयोग, मराल, माषाश, ययी, ययु, युयु, रैवंता, वातप्रमी, वृषण, वृषल, शालिहोत्र, शिखी, श्रीपुत्र, हय, हयंद, होबार
अर्थ : तख़्ता, चित्रफलक आदि को भूमि से ऊँचाई पर खड़ा करने के लिए, आधार के रूप में उपयोग में लाई जाने वाली एक लकड़ी की चौखट।
उदाहरण :
तख़्ते का घोड़ा कहाँ है?
पर्यायवाची : घोड़ी
अर्थ : खेल में वह व्यक्ति जिसकी पीठ पर दूसरे बच्चे घोड़े पर सवार होने की तरह सवार होते हैं।
उदाहरण :
बच्चे घोड़े को तेजी से चलने के लिए कह रहे हैं।
पर्यायवाची : घोड़ी