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हिन्दी शब्दकोश से व्यालकरज शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

व्यालकरज   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / शारीरिक वस्तु
    संज्ञा / भाग

अर्थ : एक प्रकार का गंधद्रव्य जो सीप अथवा घोंघे की जाति के एक जन्तु विशेष के ऊपरी मुख के आवरण का ढकना होता है।

उदाहरण : नख का आकार नाखून की तरह चंद्राकार या कभी गोलाकार भी होता है।

पर्यायवाची : अंजनकेशी, अनसखरी, अश्वखुर, करभ, नख, नखरी, नखी, नागदंती, नागदन्ती, नागस्तोफा, नागहनु, पौर, वरांगी, विचक्षणा, विशालाक्षी, व्याघ्र-पुष्प, व्याघ्रतला, व्याघ्रदल, व्याघ्रदला, व्याघ्रनख, व्याघ्रनखक, व्याघ्रनखी, व्याघ्रपुष्प, व्याघ्रायुध, व्याघ्री, व्याड़ायुध, व्याधिखड्ग, व्यालखंग, शंखनख, शतदंतिका, शतदन्तिका, शफ, शार्दूलज, शीतदंतिका, शीतदन्तिका, शुक्लपुष्पी, श्रीहस्तिनी, श्वेत-पुष्पा, श्वेतघंटा, श्वेतघण्टा, श्वेतपुष्पा, सर्पदंती, सर्पदन्ती, स्वल्पनख

चौपाल

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