पृष्ठ के पते की प्रतिलिपि बनाएँ ट्विटर पर सांझा करें व्हाट्सएप पर सांझा करें फेसबुक पर सांझा करें
गूगल प्ले पर पाएं
हिन्दी शब्दकोश से स्वार्थ त्याग शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

स्वार्थ त्याग   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : किसी अच्छे काम के लिए या दूसरों के लिए अपना सुख,लाभ आदि छोड़ने की क्रिया या भाव।

उदाहरण : दधीचि ने देव कल्याण के लिए आत्मदान कर मौत को गले लगा लिया।

पर्यायवाची : आत्मत्याग, आत्मदान, आत्मोत्सर्ग


अन्य भाषाओं में अनुवाद :

ఏదైనా మంచి కార్యం కోసం తనను తాను చంపుకోవడం

ఋషి దేవకళ్యాణం కోసం ఆత్మధానం చేసుకొని మృత్యువుతో సంధుల వెంట పరుగెత్తాడు.
ఆత్మధానం, ఆత్మార్పణ, స్వార్థత్యాగం

ಯಾವುದಾದರು ಒಳ್ಳೆಯ ಕೆಲಸಕ್ಕಾಗಿ ಅಥವಾ ಬೇರೆಯವರಿಗಾಗಿ ತಮ್ಮ ಸುಖ, ಸಂತೋಷಗಳನ್ನು ತ್ಯಾಗ ಮಾಡುವ ಕ್ರಿಯೆ ಅಥವಾ ಭಾವ

ವೃತ್ರಾಸುರನ ಸಂಹಾರಕ್ಕೆ ತನ್ನ ಎಲುಬನ್ನು (ಆಯುಧವಾಗಿ ಉಪಯೋಗಿಸಲು) ಇಂದ್ರನಿಗೆ ಕೊಟ್ಟ ಒಬ್ಬ ಋಷಿ ಲೋಕ ಕಲ್ಯಾಣಕ್ಕಾಗಿ ಆರ್ತ್ಮಾಪಣೆಯನ್ನು ಮಾಡಿ ಸಾವಿಗೆ ಶರಣಾದಳು.
ಆತ್ಮತ್ಯಾಗ, ಆತ್ಮಸರ್ಮಪಣೆ, ಆರ್ತ್ಮಾಪಣೆ

କୌଣସି ଭଲକାମପାଇଁ କିମ୍ବା ଅନ୍ୟପାଇଁ ନିଜର ସୁଖ, ଲାଭ ଇତ୍ୟାଦି ଛାଡ଼ିବା କାର୍ଯ୍ୟ

ଦଧିଚୀ ଦେବ କଲ୍ୟାଣପାଇଁ ଆତ୍ମଦାନ କରି ମୃତ୍ୟୁକୁ ବରଣ କଲେ
ଆତ୍ମତ୍ୟାଗ, ଆତ୍ମଦାନ, ଆତ୍ମବଳି, ଆତ୍ମୋତ୍ସର୍ଗ

स्वतःच्या हिताच्या गोष्टीचा त्याग करणे.

स्वार्थत्यागावाचून मोठे काम होणे शक्य नाही
स्वार्थत्याग

Renunciation of your own interests in favor of the interests of others.

abnegation, denial, self-abnegation, self-denial, self-renunciation

কোনও ভালো কাজের জন্য বা অন্যের জন্য নিজের সুখ, লাভ ইত্যাদি ত্যাগ করার ক্রিয়া

দধিচী দেব কল্যাণের জন্য আত্মদান করেন
আত্মত্যাগ, আত্মদান

பிறருடைய நலனுக்காக தன் சொந்த நலனை தியாகம் செய்தல்

சகோதரி திருமணத்திற்காக தேவ் உயிரைத் தியாகம் செய்தான்
சுயநலமின்மை, தியாகம்

ഏതെങ്കിലും നല്ല കാരയത്തിനായി അല്ലെങ്കില് മറ്റുള്ളവര്ക്കായി സ്വന്തം സുഖവും, ലാഭങ്ങളും ത്യജിക്കുന്ന ക്രിയ അല്ലെങ്കില്‍ ഭാവം

ദധീചി ദേവന്മാരുടെ നന്മയ്ക്കായി ആത്മത്യാഗം ചെയ്ത് മരണം വരിച്ചു
ആത്മത്യാഗം

चौपाल

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।

स्वार्थ त्याग (svaarth tyaag) ka meaning, vilom shabd, paryayvachi aur samanarthi shabd in English. स्वार्थ त्याग (svaarth tyaag) ka matlab kya hota hai? स्वार्थ त्याग का मतलब क्या होता है?